खुद को जानना क्यों जरूरी है? INTRODUCTION मनुष्य के जीवन में सबसे गूढ़ प्रश्नों में से एक यह है— "खुद को जानना क्यों जरूरी है?" यदि यह संसार ईश्वर की रचना है, तो क्या उन्होंने पहले से हमारी नियति तय नहीं कर दी? फिर हमें स्वयं को जानने की आवश्यकता क्यों पड़ती है? क्या हमारा जीवन केवल भाग्य के प्रवाह में बहने के लिए है, या हमें अपने अस्तित्व और आत्मा को समझने का उत्तरदायित्व मिला है? यह प्रश्न केवल दर्शन, विज्ञान और अध्यात्म तक सीमित नहीं, बल्कि यह प्रत्येक व्यक्ति के जीवन से भी सीधे जुड़ा हुआ है। सही मायनों में, खुद को जानना आत्म-जागरण और जीवन के वास्तविक उद्देश्य की खोज है। यह केवल एक दार्शनिक विचार नहीं, बल्कि एक गहन अनुभव है, जो जीवन को पूर्णता प्रदान करता है। 1. खुद को जानने का अर्थ क्या है? "खुद को जानना" केवल अपनी बाहरी पहचान तक सीमित नहीं, बल्कि इसका अर्थ अपने वास्तविक स्वरूप, भावनाओं, विचारों, इच्छाओं और आत्मा के स्वरूप को समझना है। जब तक हम अपने भीतर की गहराइयों को नहीं पहचानते, तब तक हम दूसरों की अपेक्षाओं और बाहरी प्रभावों के अनुसार ज...
Fatherhood of God & Brotherhood of Man.