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2025 की मौलिक भेंट: आभार, प्रेम और प्रकाश के विचार

2025 की मौलिक भेंट: आभार, प्रेम और प्रकाश के विचार © 2025 ~ आनंद किशोर मेहता. All Rights Reserved. मैंने जिसे अपना दोस्त समझा, वही मेरी तकलीफ का किस्सा बना गया लेखक: ~ आनंद किशोर मेहता मैं दर्द को बाँटने आया था, वो दर्द में राज़ ढूंढने लगा। मैंने अपनी तकलीफ को शब्दों में उतारा, और वो उन शब्दों को औज़ार बना लाया। जिसे मैंने “मेरे हालात का गवाह” समझा, वही “मेरे हालात का गुनहगार” निकला। मैंने अपने ज़ख्म दिखाए ताकि मलहम मिले, पर वो तो नापने लगा—कहाँ से ज़्यादा चुभेगा खंजर। जिसे अपने दर्द की चाबी सौंपी थी, उसने तिजोरी ही तोड़ दी। मैंने हर बात बताई थी उसे रोते हुए, और उसने हर बात दोहराई थी दूसरों से हँसते हुए। तू मेरी तड़प में कभी रुका नहीं, शायद इसलिए कि तुझे मेरी तड़प से ही चैन मिलता था। मैंने तुझे भगवान समझा, तुझे पुकारा, और तू मुझे याचक समझ कर खेलता रहा। तू मुस्कराता रहा मेरी टूटन पर, और मैं समझता रहा कि तू मुझे संभाल रहा है। जिसे पुकारा था मैंने रात के अँधेरों में, उसी ने उजाले में मेरा अपमान रच दिया। मैंने अपना दुख तूफ़ान समझकर उड़ाया था, पर तू तो उस तूफ़ान में पतंग उड़ा र...

संघर्ष से अर्जित सफलता: स्वाभिमान का जागरण, अभिमान से परे

Success Earned Through Struggle: Awakening of Self-Respect, Beyond Pride संघर्ष से अर्जित सफलता: स्वाभिमान का जागरण, अभिमान से परे ~ आनंद किशोर मेहता परिचय "अंधकार जितना गहरा होता है, प्रकाश की आवश्यकता उतनी ही अधिक होती है। संघर्ष जीवन के अंधकार को चीरकर आत्म-प्रकाश तक पहुँचने का माध्यम है।" संघर्ष केवल कठिनाइयों से जूझने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह आत्म-परिष्कार और आत्म-निर्माण की अनिवार्य यात्रा है। जब कोई व्यक्ति चुनौतियों से टकराकर सफलता प्राप्त करता है, तो यह उपलब्धि उसे आत्म-गौरव और आत्मसम्मान देती है, जिसे हम स्वाभिमान कहते हैं। लेकिन यदि यही सफलता व्यक्ति को दूसरों से श्रेष्ठ होने के अहंकार में डाल दे, तो यह अभिमान बन जाती है, जो आत्म-विनाश का मार्ग है। यह लेख इसी गहरे सत्य को उजागर करता है कि संघर्ष से प्राप्त सफलता स्वाभिमान को जन्म देती है, न कि अभिमान को, और यह विचार समस्त मानवता के लिए क्यों आवश्यक है। संघर्ष: आत्मबोध और आत्मनिर्माण की प्रक्रिया संघर्ष एक तपस्या है, जो व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से परिपक्व बनाती है। यह न...