साधना की शक्ति: सफलता और आत्मविकास का मार्ग ~ आनंद किशोर मेहता "साधना वह प्रक्रिया है, जो साधारण को असाधारण बना देती है।" साधना केवल आध्यात्मिकता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। शिक्षा, खेल, कला, विज्ञान या व्यवसाय—हर क्षेत्र में साधना की शक्ति व्यक्ति को ऊँचाइयों तक पहुँचाती है। यह केवल एक कार्य नहीं, बल्कि अनुशासन, निरंतर अभ्यास और स्वयं को लगातार बेहतर बनाने की प्रक्रिया है। साधना का वास्तविक अर्थ साधना का अर्थ है—किसी लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर अभ्यास करना और उसमें पूर्णता हासिल करना। यह कोई चमत्कार नहीं, बल्कि नियमित प्रयास, धैर्य और आत्मसंयम का परिणाम है। प्रेरणादायक उदाहरण: सचिन तेंदुलकर बचपन में दिन में 12-14 घंटे अभ्यास करते थे, जिससे वे क्रिकेट के दिग्गज बने। लता मंगेशकर ने हजारों बार रियाज़ किया, जिससे उनकी आवाज़ विश्वभर में गूँजने लगी। एपीजे अब्दुल कलाम ने असफलताओं के बावजूद अपने शोध और मेहनत को जारी रखा, जिससे वे भारत के मिसाइल मैन कहलाए। अल्बर्ट आइंस्टीन गणित और भौ...
Fatherhood of God & Brotherhood of Man.