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ख्यालों को नया रंग दो, दिल मोहब्बत से भर जाएगा

Give Your Thoughts a New Color, and Your Heart Will Be Filled with Love ख्यालों को नया रंग दो, दिल मोहब्बत से भर जाएगा ~ आनंद किशोर मेहता परिचय हम जो सोचते हैं, वही हमारे जीवन की दिशा तय करता है। विचार केवल मन की तरंगें नहीं, बल्कि सृजन की ऊर्जा हैं। जैसे एक बीज में पूरा वृक्ष समाहित होता है, वैसे ही हमारे विचारों में हमारा पूरा भविष्य छिपा होता है। यदि हमारे विचार सकारात्मक, निर्मल और सुंदर होंगे, तो हमारा जीवन भी एक सुखद यात्रा की तरह लगेगा। यही सच्ची जन्नत है, जो कहीं बाहर नहीं, बल्कि हमारे भीतर ही प्रकट होती है। जब हम अपने मन को प्रेम, शांति और सत्य के विचारों से भर देते हैं, तो यह जन्नत हमारे जीवन में उतर आती है। यही सच्ची आध्यात्मिक अनुभूति है—एक ऐसा आनंद जो बाहरी परिस्थितियों से परे होता है। ख्यालों की ताकत: जैसा सोचोगे, वैसा बनोगे हमारे विचार केवल मानसिक प्रक्रियाएँ नहीं हैं; वे ऊर्जा के सबसे शुद्ध रूप होते हैं। आधुनिक विज्ञान, विशेष रूप से क्वांटम फिजिक्स , इस तथ्य की पुष्टि करता है कि हमारी सोच न केवल हमारे मनोभावों को बल्कि हमारे भौतिक संसार को भी प्रभाव...

Evolution of Consciousness: Humans, Animals, Plants, and Nature

चेतना का विकास: मनुष्य, पशु पक्षी, पेड़-पौधे और प्रकृति लेखक: आनन्द किशोर मेहता  Introduction सृष्टि में जो कुछ भी विद्यमान है, उसमें किसी न किसी रूप में चेतना का संचार हो रहा है। यह चेतना ही वह शक्ति है, जो जीवन को अनुभव करने, समझने और उसके मर्म तक पहुँचने की क्षमता प्रदान करती है। मनुष्य के लिए चेतना केवल एक मानसिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक ऐसा रहस्य है, जिसे जानकर जीवन का असली उद्देश्य स्पष्ट हो सकता है। विविध रूपों में चेतना प्रकट होती है, किंतु इसके मूल में एकता है। यह चेतना किसी एक जीव तक सीमित नहीं, बल्कि पशु-पक्षियों, पेड़-पौधों और संपूर्ण प्रकृति में भी अपने स्तर पर विद्यमान है। इसे जानना, समझना और सही दिशा में इसका उपयोग करना ही सच्चा जीवन है। 1. Consciousness in Humans मनुष्य को विचार करने, आत्मनिरीक्षण करने और निर्णय लेने की विशेष योग्यता प्राप्त है। यह चेतना उसे केवल भोजन, सुरक्षा और सांसारिक कार्यों तक सीमित नहीं रखती, बल्कि उससे आगे भी बढ़ने की प्रेरणा देती है। जीवन के प्रति गहरी समझ और स्वयं के अस्तित्व का वास्तविक बोध इसी चेतना से संभव होता है। मनुष्य मे...

मानव का संपूर्ण विकास 2025

A .  रिसर्च ऑन डिवेलपमेंट ऑफ ए ग्रोइंग चाइल्ड 14th अगस्त 2024 :- लेखक एवं संपादक: आनंद किशोर मेहता दिनांक: 14 अगस्त 2024 भूमिका बचपन से ही बच्चों के विकास को सही दिशा देना बहुत आवश्यक है। शिक्षा, संस्कार, सेवा और आत्मनिर्भरता का समुचित मेल ही किसी बच्चे को एक श्रेष्ठ नागरिक बनाने में सहायक होता है। मैंने पिछले 25 वर्षों से बच्चों को पढ़ाने और उनके समग्र विकास पर कार्य किया है। इस दौरान मैंने यह अनुभव किया कि यदि बच्चों को सही मार्गदर्शन, सकारात्मक वातावरण और उचित संसाधन मिलें, तो वे न केवल आत्मनिर्भर बन सकते हैं, बल्कि समाज के लिए प्रेरणास्रोत भी बन सकते हैं। आज जब मैं 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हूँ, तो मुझे इस बात की संतुष्टि है कि मैंने शिक्षा सेवा में जो समय दिया, वह समाज और देश के भविष्य निर्माण के लिए एक छोटी लेकिन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मानव विकास के तीन मुख्य आधार बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए तीन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है:  शारीरिक विकास  मानसिक विकास आध्यात्मिक विकास इन तीनों पहलुओं का संतुलित विकास ही बच्चे को एक सफल, आत्मनिर्भर औ...