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जब लोग पछताते हैं: समय, कर्म और इंसानी स्वभाव की गहरी सच्चाई

जब लोग पछताते हैं: समय, कर्म और इंसानी स्वभाव की गहरी सच्चाई ( यह लेख मेरे विचारों, अनुभवों और विभिन्न प्रेरक स्रोतों से प्रेरित है। इसका उद्देश्य पाठकों को प्रेरित करना और सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना है।) परिचय जीवन में कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग, जिन्होंने हमारे साथ गलत किया होता है, समय के साथ पछताते हैं। वे सोचते हैं, "काश, हमने ऐसा न किया होता!" यह सिर्फ भावनात्मक प्रतिक्रिया नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरी मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक सच्चाइयाँ छिपी होती हैं। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं। 1. कर्म का सिद्धांत: जो बोया है, वही काटना पड़ेगा "आपके कर्म आपके साथ परछाईं की तरह चलते हैं।" अगर कोई आपके साथ बुरा करता है—आपको नीचा दिखाता है, धोखा देता है, या आपकी भावनाओं को ठेस पहुँचाता है—तो वह एक नकारात्मक ऊर्जा को जन्म देता है। यह ऊर्जा ब्रह्मांड में घूमती रहती है और किसी न किसी रूप में उसे वापस मिलती है। इसे ही कर्म का सिद्धांत कहते हैं। कैसे काम करता है? ✔ जिसने आपको धोखा दिया, उसे एक दिन कोई और धोखा देगा। ✔ जिसने आपकी मेहनत का मजाक उड़ाया, व...