वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चेतना: एक मौलिक और स्वतंत्र विश्लेषण भूमिका चेतना (Consciousness) विज्ञान की सबसे जटिल और रहस्यमयी पहेलियों में से एक है। यह केवल मस्तिष्क की गतिविधियों का परिणाम है, या यह भौतिक दुनिया से परे भी कोई अस्तित्व रखती है? यदि चेतना एक ही है, तो अलग-अलग व्यक्तियों के अनुभव कैसे अलग होते हैं? यह लेख स्पष्ट, आकर्षक और सरल भाषा में चेतना के न्यूरोसाइंस, क्वांटम भौतिकी, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से जुड़े सिद्धांतों का विश्लेषण करेगा। 1. चेतना और मस्तिष्क: न्यूरोसाइंस क्या कहता है? (A) मस्तिष्क और न्यूरॉन्स की भूमिका मस्तिष्क लगभग 86 अरब न्यूरॉन्स से बना है, जो विद्युत-रासायनिक संकेतों के माध्यम से संवाद करते हैं। वैज्ञानिकों ने चेतना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण मस्तिष्क क्षेत्र पहचाने हैं: सेरेब्रल कॉर्टेक्स: सोचने, तर्क करने और आत्मचेतना के लिए। थैलेमस: सूचना प्रसंस्करण और जागरूकता का केंद्र। प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स: निर्णय लेने और व्यक्तित्व निर्माण में सहायक। (B) अलग-अलग अनुभव क्यों होते हैं? हर व्यक्ति का मस्तिष्क अलग तरीके से काम करता है। न्यूरॉन्स का जुड...
Fatherhood of God & Brotherhood of Man.