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साँवले रंग की कीमत

साँवले रंग की कीमत ~ आनंद किशोर मेहता परिचय सौंदर्य की परिभाषा समय के साथ बदलती रही है। कभी गोरा रंग श्रेष्ठता और आकर्षण का प्रतीक माना गया, तो कभी साँवला और गहरा रंग गरिमा, शक्ति और रहस्य का। लेकिन क्या सुंदरता केवल त्वचा के रंग तक सीमित है? क्या किसी व्यक्ति का मूल्य उसकी सोच, चरित्र और कर्म से अधिक उसके बाहरी रूप पर निर्भर करता है? यह लेख समाज में व्याप्त इस मानसिकता की पड़ताल करता है और साँवले रंग की वास्तविक कीमत को उजागर करता है। सौंदर्य का वास्तविक पैमाना सौंदर्य केवल बाहरी रंग-रूप से परिभाषित नहीं होता, बल्कि यह आत्मविश्वास, आचरण और व्यक्तित्व की आभा में प्रकट होता है। साँवले रंग वाले लोग भी उतने ही सम्मान और गरिमा के अधिकारी हैं, जितने किसी अन्य रंग के व्यक्ति। इतिहास साक्षी है कि महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला, बाबा साहेब अंबेडकर और ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्वों का रंग गोरा नहीं था, लेकिन उनके विचारों और कार्यों की रोशनी ने पूरे विश्व को आलोकित किया। उन्होंने यह सिद्ध किया कि असली पहचान रंग में नहीं, बल्कि ज्ञान, संघर्ष और कर्म में होती है। स...

विश्व शांति और पर्यावरण संरक्षण: हमारी जिम्मेदारी

विश्व शांति और पर्यावरण संरक्षण: हमारी जिम्मेदारी   आज का समय चुनौतीपूर्ण है। जिस तरह से हमारा पर्यावरण बदल रहा है, वह केवल प्राकृतिक आपदाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन के हर पहलु को प्रभावित कर रहा है। प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, और प्राकृतिक संसाधनों की अनियंत्रित खपत ने हमें यह समझने के लिए मजबूर कर दिया है कि अगर हम अभी कदम नहीं उठाते, तो आने वाली पीढ़ियां एक अस्वस्थ और असुरक्षित वातावरण में जीने के लिए मजबूर हो सकती हैं। लेकिन एक अच्छी बात है, हम इसे बदल सकते हैं! यह केवल हमारी मेहनत, समझ और एकजुटता पर निर्भर करता है। 1. पर्यावरण संरक्षण: हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी हमारी धरती ने हमें जो प्राकृतिक संसाधन दिए हैं, वे हमारे पूर्वजों की मेहनत और संचित ज्ञान का परिणाम हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इन संसाधनों का सही तरीके से इस्तेमाल करें और इन्हें भविष्य के लिए बचाकर रखें। अगर हम प्रकृति को नष्ट करने की दिशा में बढ़ते हैं, तो न केवल हम अपने अस्तित्व को खतरे में डालेंगे, बल्कि पूरी पृथ्वी का संतुलन भी गड़बड़ा जाएगा। संदेश: "प्रकृति हमारी माँ है, हमें इसका आद...